धमतरी: छत्तीसगढ़ शासन संस्कृति विभाग के सहयोग से संस्था अगासदिया का प्रेमचंद सम्मान समारोह शनिवार को आमदी नगर हुडको भिलाई में आयोजित किया गया। छत्तीसगढ़ की संभावना शील कथाकार चन्द्रहास साहू को इस वर्ष का अगासदिया प्रेमचन्द सम्मान प्रदान किया गया। धमतरी जिला के जोरातराई में जन्मे चन्द्रहास साहू विगत दशक भर से कहानी लेखन के क्षेत्र में अपनी रचनाओं के लिए चर्चित है।
सम्मान समारोह में चन्द्रहास साहू ने तिरबेनी कथा संग्रह के कुंदरा कहानी का पाठ किया । इस कहानी पर चयन समिति के गजेंद्र झा तथा कुबेर सिंह साहू ने वक्तव्य देते हुए कहा कि चन्द्रहास में बड़े कथाकार बनने की संभावना है। वे जमीनी यथार्थ की समझ रखने वाले आमजन के लेखक हैं उनमे व्यवस्था के प्रति आक्रोश और शोषण के खिलाफ गुस्सा है जो रचना के माध्यम से सामने आता है।
संघर्ष शील लोगो के प्रति करुणा का भाव उनके लेखन को ऊंचाई देता है। अगासदिया के अध्यक्ष डॉ परदेशी राम वर्मा ने प्रेमचन्द साहित्य पर वक्तव्य देते हुए कहा कि प्रेमचन्द ने लगातार अपना भी परिमार्जन किया। वे आजादी के लिए चल रहे कठिन दौर के त्यागी लेखक थे। उन्होंने समता व सदभाव के लिए लेखन किया। देश की स्थितियों का साहसिक चित्रण कर वे सत्ता से टकरा गये लेकिन झुके नहीं। उन्होंने कभी सममझौता नही किया। साहित्य की गरिमा सबसे से ऊपर है उन्होंने बताया।
इस मौके पर महंत अंतराम ने जनवादी गीत प्रस्तुत किया । आयोजन में अपने विचार रखते हुए वरिष्ठ व्यग्यकार रवि श्रीवास्तव ने कहा कि प्रेमचन्द ने हिंदी व उर्दू दोनों में लिखा । वे जनता की भाषा हिन्दी मे अंततः एकाग्र हो गए। वे युगान्तकारी लेखक रहे और सदैव प्रासंगिक रहेंगे। प्रसिद्ध साहित्यकार विनोद साव ने इस मौके पर कहा कि प्रेमचन्द समय की नब्ज पहचानते थे। वे विचारो की सतत यात्रा करते हुये क्रमशः आर्य समाज के सिद्धांतों को समझते हैं। फिर गांधी जी को करीब पाते हैं लेकिन अंततः आदर्शवाद से मोहभंग होता है। वे प्रगतिशील विचार धारा को आत्मसात करते है गोदान उपन्यासऔर कफ़न कहानी हमे देते हैं वे अमर रचनाकार है। आभार व्यक्त करते हुए समाजसेवी रामसेवक वर्मा ने कहा कि अगासदिया ने कठिनाइयो के दौर मे भी प्रेमचंद पर कार्यक्रम कर आदर्श प्रस्तुत किया है यह अंधेरे में रोशनी जलाने का अच्छा प्रयास है इस अवसर पर अनेक प्रबुद्ध जन सोशल डिस्टेंसिन का पालन करते हुए उपस्थित थे।
इस सम्मान के लिए नगर के साहित्यकार चन्द्रहास साहू को सुप्रसिद्ध कवि सुरजीत नवदीप, वरिष्ठ साहित्यकार त्रिभुवन पांडेय, रंजीत भट्टाचार्य, सुप्रसिद्ध लघुकथा लेखिका शैलचंद्रा, जिला हिन्दी साहित्य समिति के अध्यक्ष डॉ सरिता दोशी, व्यग्यकार वीरेन्द्र सरल, कथाकार कैलाश बनवासी, गीत एवम नाटककार दुर्गा प्रसाद पारकर, कलापरम्परा के अध्यक्ष डुमन लाल ध्रुव, रंगकर्मी आकाश गिरी गोस्वामी, कान्हा कौशिक, तिलक लांगे, राजकुमार सिन्हा, यशपाल जंघेल, एन के साहू, यशवंत गंजीर, चोवा राम गंजीर, कन्हैया लाल साहू तथा ग्राम जोरातराई सी के समस्त ग्रामीणजन शुभकामनाएं व बधाई प्रेषित की है।