नई दिल्ली प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो दिवसीय संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के दौरे पर हैं। यहां उनका 'अहलान मोदीÓ कार्यक्रम के साथ अबू धाबी के सबसे बड़े हिंदू मंदिर के उद्घाटन का भी कार्यक्रम होना है। ऐसे में यूएई पहुंचे पीएम मोदी की वहां के राष्ट्रपति शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान के साथ मुलाकात भी हुई और दोनों ने द्विपक्षीय रणनीतिक साझेदारी को आगे बढ़ाने पर व्यापक बातचीत की।
यूएई के राष्ट्रपति शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान के साथ मुलाकात के दौरान पीएम नरेंद्र मोदी ने उन्हें रुपे कार्ड भेंट किया। मतलब साफ है कि अब भारत का रुपे कार्ड नई मंजिलों को छू रहा है। पीएम मोदी से मिलने के बाद यूएई के राष्ट्रपति शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान ने यहां यूपीआई रुपे कार्ड सेवा शुरू की। इससे पूरे संयुक्त अरब अमीरात में रुपे की सार्वभौमिक स्वीकृति बढ़ेगी।
यहां इस रुपे कार्ड की सुविधा का शुभारंभ करते हुए राष्ट्रपति शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान ने अपने नाम उभरे हुए एक कार्ड को 'स्वाइपÓ किया।
इस मौके पर पीएम मोदी ने कहा कि हम दोनों यूपीआई रुपे कार्ड और आपके जयवान कार्ड की पेशकश के साथ एक नए फिनटेक युग की शुरुआत कर रहे हैं, जो एक बड़ी उपलब्धि है। इसके जरिए भारत की यूपीआई पेमेंट व्यवस्था और यूएई की एएनआई व्यवस्था को एक साथ जुडऩे का मौका मिलेगा। इससे दोनों देशों के लोग बिना बाधा के सीमा पार लेनदेन की सुविधा का लाभ उठा सकेंगे। पिछले साल जुलाई में हस्ताक्षरित इंटरलिंकिंग भुगतान और मैसेजिंग सिस्टम पर समझौता ज्ञापन का यह परिणाम है।
वहीं, डेबिट/क्रेडिट कार्डों को आपस में जोडऩे के लिए एक और समझौता हुआ, जिसमें रुपे कार्ड (भारत) के साथ जयवान (यूएई) को जोड़ा जाएगा। जिससे रुपे कार्ड का प्रसार बढ़ेगा। इसके पहले एशिया महादेश के नेपाल, भूटान, सिंगापुर, श्रीलंका और मॉरीशस के अलावा अफ्रीका में रुपे कार्ड लॉन्च किया जा चुका है। इससे डिजिटल लेन-देन को बढ़ावा मिलेगा।
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