बस्तर के दंतेवाड़ा जिले में अभियान का बड़ा असर
जगदलपुर बस्तर संभाग के दंतेवाड़ा जिला पुलिस व सीआरपीएफ के वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन में चलाए जा रहे नक्सल उन्मूलन लोन वर्राटू (घर वापस आइए) अभियान तथा छत्तीसगढ़ शासन की पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर फिर दस नस्क्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है।
जिला पुलिस और सीआरपीएफ द्वारा भटके हुए माओवादियों को समाज की मुख्यधारा में जोड़ने के लिए लगातार संपर्क एवं संवाद कर शासन की नक्सल पुनर्वास नीति का व्यापक प्रचार-प्रसार गांव गांव में किया जा रहा है। जिसके परिणाम स्वरूप बड़ी संख्या में नक्सली आत्मसमर्पण कर रहे हैं।नक्सलियों की अमानवीय, आधारहीन विचारधारा एवं उनके शोषण, अत्याचार तथा स्थानीय आदिवासियों पर उनके द्वारा की जाने वाली हिंसा से तंग आकर नक्सलवाद की ओर भटके युवा अब समाज की मुख्यधारा में जुड़ने लगे हैं।
इसी कड़ी में प्रतिबंधित माओवादी संगठन इंद्रावती एरिया कमिटी के 10 माओवादियों ने आत्मसमर्पण की इच्छा जाहिर करते हुए लोन वार्राटू (घर वापस आईए ) अभियान के तहत दिनांक 29 मई को पुलिस कार्यालय दंतेवाड़ा में आत्मसमर्पण किया। इन माओवादियों को आत्मसमर्पण कराने में डीआरजी एवं बस्तर फ़ाईटर्स दंतेवाड़ा का विशेष योगदान रहा। लोन वर्राटू अभियान के तहत अब तक 180 ईनामी माओवादियों सहित कुल 815 माओवादी आत्मसमर्पण कर समाज की मुख्यधारा में जुड़ चुके हैं।